ईरान की 12 साल की एक बच्ची ने भारत को 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले एक नायाब तोहफा दिया है. इस बच्ची ने ईरानी संतूर पर भारत के राष्ट्रगान की ऐसी तान छेड़ी की पूरी दुनिया इसकी मुरीद हो गई है. तारा गाहरेमनी ( Tara Ghahremani) से जन गण मन सुनकर हर कोई देशभक्ति से भर जा रहा है. इस बच्ची ने सभी का दिल जीत लिया है. (Iranian Girl wins heart with her santoor play National Anthem Jana mana gana) 15th august special iranian girl tara ghahremani.
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Iran Girl Plays Jana Gana Mana Video
ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड्स 2020 की विजेता, तारा घहरेमनी (Tara Ghahremani) सिर्फ 12 साल की हैं और उनका संगीत कौशल पहले से ही विश्व स्तर पर नाम कमा रहा है। भारत के राष्ट्रगान “जन गण मन” के Ghahremani के संतूर बजाने का एक वीडियो अपने 75 वें स्वतंत्रता दिवस से पहले सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
इतनी कम उम्र में तारा अपने फन में माहिर हो चुकी है और दुनियाभर में उसके प्रशंसक हैं. संगीत के प्रति उनके प्यार को हर जगह सराहा जा रहा है. हाल ही में उसे टॉप-15 म्यूजिक प्रोडिजीज आफ द वर्ल्ड (Top-15 Music Prodigies of the World) यानि संगीत की दुनिया के शीर्ष-15 उभरते हुए बच्चों में शामिल किया गया है.
Tara Ghahremani से जुड़ी ये 8 बाते
- ईरान के तेहरान के रहने वाले घहरेमनी ने भी इस वीडियो को इस साल की शुरुआत में भारत के 72वें गणतंत्र दिवस से पहले शेयर किया था।
- प्रतिभाशाली कलाकार ने संतूर वाद्य यंत्र पर अपनी कमान के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि हासिल करने में कामयाबी हासिल की, वह भी इतनी कम उम्र में।
- Ghahremani ने जनवरी 2020 को ‘संगीतकार’ श्रेणी में ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड जीता है।
- वह वर्ष की टॉप 100 Child Prodigies में भी शामिल थीं।
- उन्होंने म्यूजिक सीखने की शुरुवात 5 साल की उम्र से की थी। शुरुवात में, उसने एक पारंपरिक ईरानी इंस्ट्रूमेंट टोनबक बजाया, लेकिन बाद में अपनी माँ से प्रेरित हुई, जो बचपन में संतूर की छात्रा भी थी।
- Ghahremani ने अब तक अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर 300 से अधिक वीडियो शेयर किए हैं और उनके 40k से अधिक फॉलोअर्स हैं।
- अपने रोल मॉडल के बारे में बात करते हुए ईरान की बच्ची ने कहा कि उसे अपनी मां और शिक्षकों से प्रेरणा मिलती है।
- Ghahremani अपनी खुद की प्रस्तुतियां बनाती हैं और अपने यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम हैंडल पर वीडियो अपलोड करती हैं।
पांच साल की उम्र से बजा रही संतूर
संतूर को लेकर तारा का प्यार उस समय से ही शुरू हो गया था, जब वह ठीक से बोल भी नहीं पाती थी. पांच साल की उम्र से वह म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट बजाना सीख रही है. दरअसल तारा की मां ईरानी संतूर सीखा करती थी. यहीं से यह शौक तारा में भी आ गया. शुरुआत में वह ईरानी पारंपरिक वाद्ययंत्र तोनबक (Tonbak) बजाया करती थी. मगर बाद में उसकी रुचि संतूर की ओर बढ़ गई. आठ साल की उम्र में तारा ने संतूर बजाना शुरू कर दिया था. (15th august special iranian girl tara ghahremani)
खास पुरस्कार से नवाजी गई
तारा ( Tara Ghahremani) को जनवरी, 2020 में म्यूजिक के लिए ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजीज अवार्ड से नवाजा गया था. इस साल वह टॉप-100 चाइल्ड प्रोडिजीज ऑफ द ईयर में भी शामिल थी. तारा अभी सातवीं कक्षा में पढ़ती है.