Jo samne hai Madina Naat Lyrics
Jo samne hai Madina to dekhta kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hai, sochta kya hai
mere huzoor ko ae khud sa bolne wale x 3
tum unki zaat ke baare mein jaanta kya hai x 2
yehi to kaabe ka kaaba hain sochta kya hai
baroze hashr khuda khud kahe ga bandon se x 3
jo Mustafa ko na maane x2 woh maanta kya hai
x2
yehi to kaabe ka kaaba hai sochta kya hai
teri gali ko hi maanga hai ja ke jannat mein x 4
to is pe bole farishte yeh mangta kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hain sochta kya hai
lage na jis pe qadam Mustafa (salla Llahu ‘alayhi wa sallam) ke ae hakim x 3
woh jaye su-e-haram bhi to raasta kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hain sochta kya hai
agar nahin hai paseena gulon mein Aqa ka
to phir batao ke gulshan ka mehakna kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hain sochta kya hai
jo samne hai madina to dekhta kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hai, sochta kya hai
mere huzoor ko ae khud sa bolne wale x 3
tum unki zaat ke baare mein jaanta kya hai x 2
yehi to kaabe ka kaaba hain sochta kya hai
teri gali ko hi maanga hai ja ke jannat mein x 4
to is pe bole farishte yeh mangta kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hain sochta kya hai
baroze hashr khuda khud kahe ga bandon se x 3
jo Mustafa ko na maane x2 woh maanta kya hai
x2
yehi to kaabe ka kaaba hai sochta kya hai
jo samne hai madina to dekhta kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hai, sochta kya hai
jo samne hai madina to dekhta kya hai
yehi to kaabe ka kaaba hai, sochta kya hai
जो सामने है मदीना तो देखता क्या है
यही तो काबे का काबा है, सोचता क्या है
मेरे हुजूर को ऐ खुद सा बोलने वाले x 3
तुम उनकी जगह के बारे में जानते हो x 2
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
बरोज़ हश्र ख़ुदा ख़ुद कहे गा बंदों से x 3
जो मुस्तफा को ना माने x2 वो मानता क्या है
x2
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
तेरी गली को ही माँगा है जा के जन्नत में x 4
तो इस पे बोले फ़रिश्ते ये माँगता क्या है
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
लगे न जिस पे क़दम मुस्तफ़ा (सल्ला लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के ए हकीम x 3
वो जाए सु-ए-हराम भी तो रास्ता क्या है
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
अगर नहीं है पसीना गुलों में एका का
तो फिर बताओ के गुलशन का महकना क्या है
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
जो सामने है मदीना तो देखता क्या है
यही तो काबे का काबा है, सोचता क्या है
मेरे हुजूर को ऐ खुद सा बोलने वाले x 3
तुम उनकी जगह के बारे में जानते हो x 2
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
तेरी गली को ही माँगा है जा के जन्नत में x 4
तो इस पे बोले फ़रिश्ते ये माँगता क्या है
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
बरोज़ हश्र ख़ुदा ख़ुद कहे गा बंदों से x 3
जो मुस्तफा को ना माने x2 वो मानता क्या है
x2
यही तो काबे का काबा है सोचता क्या है
जो सामने है मदीना तो देखता क्या है
यही तो काबे का काबा है, सोचता क्या है
जो सामने है मदीना तो देखता क्या है
यही तो काबे का काबा है, सोचता क्या है
मदीना उर्दू