अल्लामा इक़बाल शायरी के मैदान में कितना बड़ा नाम है आज हर कोई इस बात से वाक़िफ़ है अगर शायरी की बात की जाए और इनका नाम ना लिया जाए। ऐसा हो ही नहीं सकता। इनका कोई भी शेर ऐसा नहीं है जो हिकमत से ख़ाली और जो हमारी समझ बूझ में अज़ाफ़ा ना करे, इसलिए इनकी शायरी का चर्चा दुनिया भर में होता है।
1.
कौन ये कहता है, ख़ुदा नज़र नहीं आता
वही तो नज़र आता है जब कुछ नज़र नहीं आता
2.
सजदों के इवज़ फ़िरदौस मिले ये बात मुझे मंज़ूर नहीं
बे लौस़ इबादत करता हूँ बंदा हूँ तेरा मज़दूर नहीं
—अल्लामा इक़बाल
3.
तेरे आज़ाद बंदों की न ये दुनिया न वो दुनिया
यहाँ मरने की पाबंदी वहाँ जीने की पाबंदी
—अल्लामा इक़बाल
4.
यूँ तो ख़ुदा से माँगने जन्नत गया था मैं
करबो बला को देख कर निय्यत बदल गयी
—अल्लामा इक़बाल
5.
दिल में ख़ुदा का होना लाज़िम है इक़बाल
सजदों में पड़े रहने से जन्नत नहीं मिलती
—अल्लामा इक़बाल
6.
दिल पाक नहीं तो पाक हो सकता नहीं इंसाँ
वरना इबलीस को भी आते थे वुज़ू के फ़रायज़ बहुत
—अल्लामा इक़बाल
7.
दिलों की इमारतों में कहीं बंदगी नहीं
पत्थर की मस्जिदों में ख़ुदा ढूँढते हैं लोग
—अल्लामा इक़बाल
8.
बात सजदों की नहीं ख़ुलूस ए दिल की होती है इक़बाल
हर मैख़ाने में शराबी और हर मस्जिद में नमाज़ी नहीं होता
—अल्लामा इक़बाल
9.
सजदा खालिक़ को भी इबलीस से याराना भी
हश्र में किस से मोहब्बत का सिला माँगे गा?
—अल्लामा इक़बाल
10.
ख़ुदी को कर बुलंद इतना के हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है
—अल्लामा इक़बाल
नोट:
10 Best Allama Iqbal Shayari in Urdu Hindi के साथ डॉ. अल्लामा इक़बाल की शायरी उर्दू हिंदी दोनों ही ज़बान में आप से शेयर कर रहे हैं। ताकि हर कोई इनकी शायरी पढ़ कर समझ सके।