मैं आप सभी लोगों स्वतंत्र दिवस की मुबारकबाद देता हूँ । आपको यहाँ पर कुछ इस तरह के आर्टिकल पढ़ने को मिलेंगे 15 august shayari in hindi 2021 मिलेंगे जैसे की independence day 2021 shayari in hindi ,Independence day shayari , independence day shayari in hindi , shayari on independence day , shayari for independence day, shayari for independence day in hindi , shayari on independence day of india in hindi independence day shayari in hindi font happy independence day shayari independence day shayari urdu independence day shayari in hindi independence day shayari in hindi 2018 shayari on independence day in hindi shayari on independence day in hindi language independence day hindi shayari independence day shayari in hindi 2021 hindi shayari on independence day , 15 august independence day shayari.
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स्वतंत्रता दिवस (Independence Day Shayari) के मौके पर बेहतरीन शायरीः
1.
नफरत बुरी है, न पालो इसे,
दिलो में खालिश है, निकालो इसे,
न तेरा, न मेरा, न इसका, न उसका
ये सबका वतन है, संभालों इसे!
स्वतंत्रा दिवस की बधाई!
2.
आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान है!
3.
Khushnaseen Hote Hai Wo Log,
Jo Ish Desh Par Kurbaan Hote Hai,
Jan Deke Bhi Wo Log Amar Ho Jate Hai,
Karte Hai Salaam Un Desh Premiyo Ko,
Jinke Karan Iss Tirange Ka Maan Hota Hai.
4.
आओ झुक कर सलाम करे उनको;
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है;
खुशनसीब होत��� है वो खून
जो देश के काम आता है!
5.
विकसित होता राष्ट्र हमारा,
रंग लाती हर कुर्बानी है
फक्र से अपना परिचय देते,
हम सारे हिन्दोस्तानी है |
6.
हम ज़मीं को तेरी नापाक न होने देंगे,
तेरे दामन को कभी चाक न होने देंगे।
तुझ को जीते हैं तो ग़मनाक न होने देंगे,
ऐसी इक्सीर को यूँ ख़ाक न होने देंगे।
जी में ठानी है यही जी से गुज़र जायेंगे,
कम से कम वादा ये करते हैं के मर जायेंगे।
7.
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी
– लाल चन्द फ़लक
8.
मैं ने आँखों में जला रखा है आज़ादी का तेल
मत अंधेरों से डरा रख कि मैं जो हूँ सो हूँ
– अनीस अंसारी
9.
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है
उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी
– फ़िराक़ गोरखपुरी
10.
क्या करिश्मा है मिरे जज़्बा-ए-आज़ादी का
थी जो दीवार कभी अब है वो दर की सूरत
– अख़्तर अंसारी अकबराबादी
11.
उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता
जिस मुल्क की सरहद की निगहबान हैं आँखें
– अज्ञात
12.
वतन के जाँ-निसार हैं वतन के काम आएँगे
हम इस ज़मीं को एक रोज़ आसमाँ बनाएँगे
– जाफ़र मलीहाबादी
13.
मैं ने आँखों में जला रखा है आज़ादी का तेल
मत अंधेरों से डरा रख कि मैं जो हूँ सो हूँ
– अनीस अंसारी
Two Line shayari for desh bhakti
14.
इस देश के गौरव के खातिर, चल कुछ ऐसा काम करें,
दुनिया देखे इसकी शान, और दुनिया वाले सलाम करें।
15.
वो अब पानी को तरसेंगे जो गंगा छोड़ आये हैं,
हरे झंडे के चक्कर में तिरंगा छोड़ आये हैं।
16.
खून से खेलेंगे होली, अगर वतन मुश्किल में है,
सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है,
17.
यक़ीन हो, के ना हो, बात तो यक़ीन की है,
हमारे जिस्म की मिट्टी, इसी ज़मीन की है।
18.
भारत के ऐ सपूतो हिम्मत दिखाए जाओ
दुनिया के दिल पे अपना सिक्का बिठाए जाओ
– लाल चन्द फ़लक
19.
हम भी तिरे बेटे हैं ज़रा देख हमें भी
ऐ ख़ाक-ए-वतन तुझ से शिकायत नहीं करते
– खुर्शीद अकबर
20.
ऐ शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत मैं तिरे ऊपर निसार
ले तिरी हिम्मत का चर्चा ग़ैर की महफ़िल में है
– बिस्मिल अज़ीमाबादी